दर्पण दिवस पर पत्रकारों का सम्मान
हकीम मुदखेड, 10 जनवरी – मुदखेड में दर्पण दिवस के अवसर पर। 09 जनवरी को तालुका में समाचार पत्रों और मीडिया के प्रतिनिधियों को सम्मानित करने के लिए ग्रामीण अस्पताल एवं केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अधीक्षक डॉ. दिलीप फुगारे का आयोजन किया गया और एक संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया. कलम की ताकत तलवार से ज्यादा मजबूत लीलाधर महारानिया ने कार्यक्रम को सही ठहराते हुए प्राचार्य लीलाधर महारानिया ने कहा कि विद्वान तलवार से ज्यादा ताकतवर होते हैं और कलम की ताकत तलवार से ज्यादा मजबूत होती है।
एक तलवार भौतिक विजय के लिए सक्षम है लेकिन एक कलम लोगों के दिलो-दिमाग को जीत सकती है। लेखन का कार्य मन के आत्म-ज्ञान के माध्यम से होता है। कलम का असर बहुत देर तक रहता है लेकिन तलवार की ताकत बहुत कम होती है। कलम की ताकत पीढ़ी-दर-पीढ़ी सकारात्मक मूल्यों का निर्माण करती है। तांत्रिक कमांडेंट लीलाधर महारानिया ने व्यक्त किया कि लेखन की शक्ति आशा, प्रेरणा और प्रोत्साहन देती है। इस मौके पर मराठी प्रेस काउंसिल के पूर्व जिला संयुक्त सचिव संजय कोलटे, मनोज कामठे, ईश्वर पिनालवार, दिनेश शर्मा, रुखमाजी शिंदे, संतोष दर्शनवाड़, शेख इरफान, शेख शमशुद्दीन, नामदेव बिच्छेवार, अतीक अहमद, अमोल टेकले, संतोष गढ़े, साहेबराव गगलवाड़, धम्मदाता कांबले, सिद्धार्थ चौदंते, नामदेव रहेरे, अब्दुल रजाक, अवेस कुरैशी, मोहम्मद हकीम आदि पत्रकार मौजूद थे।